नवाज शरीफ के बाद इमरान खान पाकिस्तान के दूसरे प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने स्वीकार किया की भारत में हुआ 26/11 आतंकवादी हमला पाकिस्तान के आतंकियों ने अंजाम दिया था,
विडंबना देखिए एक ओर पाकिस्तान के दो प्रधानमंत्री यह स्वीकार कर चुके हैं कि 26/11 आतंकी हमले में पाकिस्तान का हाथ था, जबकि भारत की सबसे पुरानी राजनितिक पार्टी कांग्रेस 26/11 आतंकी हमले के दोषी पाकिस्तान को बचाने और हमले का दोष हिंदुओं और RSS के सर मढ़ने की योजना बना बैठी थी और पूरा प्रयास भी किया था,
साथ ही साथ हमारे देश में जिस बॉलीवुड को देश के युवा अपने सिर पर बिठाकर रखते हैं उसी बॉलीवुड के बड़े व्यक्ति महेश भट्ट का बेटा राहुल भट्ट आतंकवादी दाऊद गिलानी उर्फ डेविड कोलमैन हेडली को 26/11 आतंकी हमले की रेकी करने में सहायता कर रहा था,
और 26/11 के पश्चात उसका बाप महेश भट्ट 26/11 के लिए हिंदुओं और RSS को दोषी बताता फिर रहा था,
आज वही महेश भट्ट कह रहा है कि मोदी के नेतृत्व वाला भारत मुस्लिमों के लिए एक बुरे स्वप्न सरीखा है,
क्या महेश भट्ट यह कहना चाहते हैं कि मोदी सरकार के नेतृत्व में भारत के अंदर जिस प्रकार इस्लामिक आतंकवाद की घटनाओं पर रोक लगी है और निर्दोषों की जानें बच गयीं है, क्या वो महेश भट्ट के अनुसार मुस्लिमों के लिए एक बुरे स्वप्न वाली स्थिति है ?
आज हमारे देश के नागरिकों को विचार करने की आवश्यकता है कि कहीं उन्होंने गलत व्यक्तियों को तो अपना आदर्श नहीं मान लिया है, और कहीं वे इस्लामिक आतंकियों का बचाव करने वाली विचारधारा की राजनीतिक पार्टियों के जाल में तो नही फंसे हुए हैं ?
आज कांग्रेस को जबाब देना चाहिए
और मुझे तो सक हैं कि कहीं कांग्रेस ही. तो नहीं
इस कि सूत्र धार तो नहीं हैं इस की भी सीबीआई
जाचं होनी चाहिए
आप सभी निबेदन कि इस खबर को इतना सेर करो कि
महा महीम तक और परधान मंत्री तक पहुंच जाये
धन्यवाद
आप। का तिवारी परिवार
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