मंगलवार, 24 मार्च 2020

कोरोना महामारी को हमारे बेद बहुत ही पहले ही बताया था परंतु कोई कहा मनता है

*शिवपुराण, नारदसंहिता व रावण संहिता में पहले से ही लिखा है कोरोना के प्रसार व रक्षा के उपाय-हमारे पंडित और विद्वान से  लिया गया होता  तो आज इतनी
भयावह स्थिति उत्पन्न नहीं होता 

*आधुनिकता के दौर में वैदिक व धार्मिक मान्यताओं की उपेक्षा का दंश झेल रहा है विश्व-सुदामा*
कोरोना वाइरस के वैश्विक महामारी के रूप में व्यापक प्रसार का जिक्र हमारे मनीषियों ने बहुत पहले ही रावण संहिता, नारद संहिता व शिवपुराण में कर रखा है शिव पुराण में स्पष्ट लिखा गया है कि मांसाहार से कोरोना नामक महामारी चीन देश से प्रसारित होकर वैश्विक समस्या बनेगी जिससे सिर्फ भगवान शिव ही अर्थात परमपिता परमात्मा अर्थात प्रकृति ही बचा सकती है किन्तु आधुनिकता के दौर में हम भौतिक संसाधनों में लिप्त होते गये व प्रकृति के साथ छेडछाड करते गये हमने धार्मिक व वैदिक मान्यताओं को खिलवाड़ बना दिया जिसका परिणाम आज हमारा जीवन ही खिलवाड़ बन चुका है ये बाते आज लोगों से अधिकारियों व चिकित्सकों के हर निर्देश का अनुपालन करते हुए अपने अपने घरों में ईश वंदना की अपील करते हुए समाजसेवी चन्द्रमणि पाण्डेय सुदामाजी ने कहा उन्होने कहा कि सनातन धर्म के साथ साथ सभी धर्मों में जीव हत्या व मांसाहार को वर्जित करते हुए स्वच्छता व प्रकृति पूजन को महत्व दिया गया है किन्तु भौतिक सुखों की खोज व विकास के चर्मोत्कर्ष के चलते हम विनाश के मुंहाने पर खडे हैं जहां से हमें सिर्फ हमारे श्रेष्ठ जनों का परामर्श व परमपिता परमात्मा ही बचा सकता है उन्होने कहा कि प्रकृति द्वारा प्रदत्त पंचतत्व भूमि,गगन,वायु,अग्नि, नीर कहें या उसके सम्लित रूप भगवान के प्रति हमारे समर्पण की सीख वैज्ञानिक कसौटी पर  खरा हमारा सनातन धर्म व वैदिक ग्रन्थ सदैव बताते आये हैं यहां तक कि प्रसिद्ध वैज्ञानिक आइंस्टीन ने भी धर्म की उपेक्षा को वर्जित किया है किन्तु हमने अपनी अज्ञानता व अहंकार में इन मान्यताओं को ढकोसला व पाखंड घोषित कर दिया आज जब चिकित्सा पद्धति में अग्रणी ईटली के प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि अब हमें भगवान ही बचा सकते हैं ऐसे में हमें अज्ञानता व अहंकार से परे अपने श्रेष्ठ जनों के परामर्श का अनुकरण करते हुए ईश्वर से मानवमात्र के के कल्याणार्थ व विश्व रक्षार्थ प्रार्थना करना चाहिए  एक तरफ उन्होंने जहां आम जनमानस से अधिकारियों व चिकित्सकों के आदेशों के अनुपालन का अपील किया है वहीं सरकार से भी अपील किया है कि धार्मिक स्थलों व अनुष्ठानों पर प्रतिबंध न लगाया जाय अपितु भीड रहित ईश्वर वंदना व प्रार्थना सभा यज्ञ आदि को निर्विघ्न रूप से चलने दिया जाय
आप का तिवारी परिवार 

जय हिंद जय भारत जय सनातन बन्दे मात्र 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दूनीय की येही कहानी है

😥✅ एक बार एक लड़के ने एक सांप पाला , वो सांप से बहुत प्यार करता था उसके साथ ही घर में रहता .. एक बार वो सांप बीमार जैसा हो गया...