
घर पर पूजा-पाठ करने का क्या है सही विधि!!!!!!!
कोई भी शुभ काम शुरू करने से पहले या फिर किसी काम में सफलता प्राप्त करने के लिए सभी लोग अक्सर घर में पूजा पाठ करवाते हैं, ताकि उन्हें अपने लक्ष्य में सफलता मिल सके।
अपनी मनोकामना जल्दी पूरी हो सके, इसके लिए घर में पूजा-पाठ और मांगलिक उत्सव करने का सही तरीका इस प्रकार हैं :- और उसके लिए पूजा-पाठ करते समय इन बातों का ध्यान रखना चाहिए..
*घर में पूजा-पाठ का सही स्थान क्या हो..??*
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-घर में हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा में ही मंदिर का स्थान रखें।
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-घर में हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा में ही मंदिर का स्थान रखें।
-घर का मंदिर हमेशा लकड़ी का बना होना चाहिए।
-घर के मंदिर के आसपास कोई गंदगी न हो। उसे हमेशा साफ-सुथरा ही रखें।
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-घर के मंदिर के आसपास कोई गंदगी न हो। उसे हमेशा साफ-सुथरा ही रखें।
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*घर के मंदिर का मुख्य रंग क्या हो..??*
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-मंदिर का सही रंग हल्का पीला या नारंगी होना चाहिए।
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-मंदिर का सही रंग हल्का पीला या नारंगी होना चाहिए।
-घर के मंदिर में हमेशा हल्की पीली लाइट का प्रयोग करना चाहिए।
-मंदिर में गहरे नीले रंग का प्रयोग नहीं करें।
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*घर के मंदिर में क्या-क्या रखना चाहिए..??*
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-घर के मंदिर में हलके पीले रंग का या लाल रंग का वस्त्र बिछाएं।
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-घर के मंदिर में हलके पीले रंग का या लाल रंग का वस्त्र बिछाएं।
-भगवान गणपति और महालक्ष्मी का स्वरूप रखें।
-अपने इष्ट और अपने कुल गुरु का चित्र अवश्य रखें।
-एक तांबे के लोटे में गंगाजल भरकर रखें।
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*घर का मंदिर बनाते समय क्या-क्या सावधानी बरते..??*
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-घर का मंदिर दक्षिण-पश्चिम दिशा में न बनाएं।
-मंदिर के आसपास कोई गंदगी न हो।
-मंदिर शौचालय के पास बिल्कुल न बनाएं।
-मंदिर के आसपास जूते-चप्पल कभी भी न रखें।
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-घर का मंदिर दक्षिण-पश्चिम दिशा में न बनाएं।
-मंदिर के आसपास कोई गंदगी न हो।
-मंदिर शौचालय के पास बिल्कुल न बनाएं।
-मंदिर के आसपास जूते-चप्पल कभी भी न रखें।
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*कौन-सी दिशा में बैठकर भजन कीर्तन जाप किया जाए..??*
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-हमेशा भजन कीर्तन पूर्व या उत्तर दिशा में मुंह करके किया जाए तो सर्वोत्तम रहता है। अन्य किसी दिशा में किया गया भजन कीर्तन मन में उत्साह नहीं ला पाता।
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-हमेशा भजन कीर्तन पूर्व या उत्तर दिशा में मुंह करके किया जाए तो सर्वोत्तम रहता है। अन्य किसी दिशा में किया गया भजन कीर्तन मन में उत्साह नहीं ला पाता।
-भजन कीर्तन करने से पहले भगवान मंगल मूर्ति के चित्र को हमेशा स्थापित करें उसके बाद ही भजन कीर्तन शुरू करें।
-जिस देवी-देवता का भजन किया जा रहा है उसके चित्र के सामने गाय के घी का दीपक और धूप अवश्य जलाएं व जल का पात्र भी रखें।
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*भजन कीर्तन में बरतें ये सावधानियां..*
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-भजन कीर्तन करते समय इधर-उधर की बातों में ध्यान न दें।
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-भजन कीर्तन करते समय इधर-उधर की बातों में ध्यान न दें।
-हमेशा शुद्ध और साफ वस्त्र पहनकर ही भजन कीर्तन करें।
-भजन कीर्तन में शुद्ध मिठाई और साफ-सुथरे फलों का प्रयोग करें।
-हमेशा भजन कीर्तन में गाय के घी का दीपक और कलावे की बाती का प्रयोग करें।
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*घर में पूजा पाठ और जाप का पूरा फल पाने के लिए करें उपाय..*
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-घर में पूजा-पाठ करते समय श्वेत गुलाबी या हल्के पीले वस्त्र पहनकर ही पूजा करें।
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-घर में पूजा-पाठ करते समय श्वेत गुलाबी या हल्के पीले वस्त्र पहनकर ही पूजा करें।
-हमेशा लाल या पीले आसन पर बैठकर ही मंत्र जाप करें।
-जाप हमेशा लाल चंदन की माला या रुद्राक्ष की माला से करें।
-जाप शुरू करने से पहले भगवान गणपति व गुरु और अपने इष्ट का ध्यान करना चाहिए। उसके बाद ही जाप शुरू करें।
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*सभी तरह की परेशानियों को दूर करने के उपाय..*
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-घर में अकारण कलह रहती हो तो प्रतिदिन सुबह गायत्री मंत्र का 108 बार जाप करें।
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-घर में अकारण कलह रहती हो तो प्रतिदिन सुबह गायत्री मंत्र का 108 बार जाप करें।
-घर में यदि कोई बीमार रहता हो तो महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें और शिवलिंग पर कच्चा दूध चढ़ाएं।
-घर में धन की कमी हो तो श्री नारायण भगवान को पीले पुष्प चढ़ाएं।
-घर में नकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश को रोकने के लिए घर के मुख्य द्वार पर आम के पत्तों की बंदनवार लगाएं..!!
जय श्री राम आप का तिवारी परिवार
जय श्री राम
जय श्री राम आप का तिवारी परिवार
जय श्री राम
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