2006 में शिवसेना से अलग होकर राज ठाकरे ने अपनी एक नई पार्टी बनाई और उसका नाम रखा महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना। महाराष्ट्र के नवनिर्माण के लिए पार्टी ने सबसे बड़ा रोड़ा उत्तर भारतीयों को माना और 2008 में कल्याण स्टेशन पर सो रहे उन उत्तर भारतीय परीक्षार्थियों को मारा, जो रेलवे का एग्जाम देने आने थे। मनसे कार्यकताओं द्वारा उत्तर भारतीय छात्रों पर हुए हमले के बाद रातों रात राज ठाकरे की पार्टी चर्चा में आ गई।
इस हमले को लेकर राज्य की तत्कालीन सरकार की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई नहीं किए जाने से एमएनएस का मनोबल बढ़ गया और इसके बाद महाराष्ट्र के अलग-अलग इलाकों में उत्तरभारतीयों के साथ मारपीट होने लगी और उन्हें भगाया जाने लगा। अब जब जनता पर संकट आया तो जनता ने सरकार से मदद की गुहार लगाई। लेकिन जैसा कि शीर्षक में बताया गया है कि कांग्रेस बहुत कुत्ती चीज है। उसने उत्तर भारतीयों की पीटाई में अपना राजनीतिक लाभ सूंघ किया।
कांग्रेस भले सत्ता में थी, लेकिन अगले साल महाराष्ट्र में चुनाव भी होने वाले थे। उसने दिमाग लगाया कि अगर अपने प्रमुख प्रतिद्वंद्वी शिवसेना को कमजोर करना है, तो उसके प्रतिद्वंद्वी एमएनएस को मजबूत करना होगा। दुश्मन का दुश्मन दोस्त वाली पॉलिसी। इसी के तहत कांग्रेस ने जानबूझकर एमएमएस कार्यकताओं के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं कि और उत्तर भारतीयों को पीटते रहने दिया।
क्यों? क्योंकि इससे मराठी वोटरों के एक बड़े तबके का राज ठाकरे की पार्टी की तरफ लुढ़कना तय था। कांग्रेस को लगा कि अगर 2008 से ही मनसे के मराठी वोटबैंक को मजबूत कर शिवेसना के पारंपरिक वोटर को उससे दूर किया जाए, तो अगले साल यानी 2009 के लोकसभा और फिर उसके बाद होने वाले विधानसभा चुनावों में शिवसेना को आसानी से शिकस्त दी जा सकती है। और हुआ भी कुछ ऐसा ही।
2008 के ही तर्ज पर 2018 में भी इसी गेम प्लान के तहत भाजपा के वोटबैंक में सेंध लगाने के लिए कांग्रेस इस बार किसी बाहरी की बजाय अपने ही आदमी अल्पेश ठाकोर का इस्तेमाल कर रही है।
*एक मजेदार कहानी*
नेहरू जी ने *"नेशनल हेराल्ड"* नामक अखबार 1930 में शुरू किया। सन् 2000 में यह अखबार *घाटे* में चला गया और इस पर *90 करोड़ का कर्जा* हो गया ।
*नेशनल हेराल्ड* के तत्कालीन डायरेक्टर्स सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी और मोतीलाल वोरा ने इस अखबार को *यंग इंडिया लिमिटेड* नामक कंपनी को बेचने का निर्णय लिया।
अब मज़े की बात सुनिये, *यंग इंडिया* के डायरेक्टर्स थे, सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी, ऑस्कर फर्नांडीज़ और मोतीलाल वोरा।
डील यह थी कि *यंग इंडिया, नेशनल हेराल्ड* के 90 करोड़ के कर्ज़ को चुकाएगी और बदले में *5000 करोड़ रुपए* की अचल संपत्ति यंग इंडिया को मिलेगी।
इस डील को फाइनल करने के लिए *मोती लाल वोरा ने "तत्काल" मोतीलाल वोरा* से बात की, क्योंकि वह अकेले *दोनों* ही कंपनियों के डायरेक्टर्स थे।
अब यहाँ एक और *नया मोड़* आता है।
90 करोड़ का कर्ज़ चुकाने के लिए *यंग इंडिया* ने *कांग्रेस पार्टी* से 90 करोड़ का लोन माँगा। इसके लिये *कांग्रेस पार्टी* ने एक *"मीटिंग"* बुलाई जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष और कांग्रेस पार्टी के महासचिव शामिल हुए।
और *यह वरिष्ठ लोग कौन थे.......?*
*सोनिया, राहुल, ऑस्कर और मोतीलाल वोरा... ठीक ?*
*"कांग्रेस पार्टी"* ने लोन देना *"स्वीकार"* कर लिया और इसको कांग्रेस पार्टी के कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा ने पास भी कर दिया और *यंग इंडिया* के डायरेक्टर *मोतीलाल वोरा* ने ले लिया और आगे *नेशनल हेराल्ड* के डायरेक्टर *मोतीलाल वोरा* को दे दिया।
अभी कुछ और मज़ा बाकी था।
अब "कांग्रेस पार्टी" ने एक मीटिंग *और* बुलाई जिसमें सोनिया, राहुल, ऑस्कर और वोरा साहब सम्मलित हुए। उन्होंने *मिलकर* यह तय किया कि *नेशनल हेराल्ड* ने आज़ादी की लड़ाई में बहुत *सेवा* की है इसलिए उसके ऊपर *90 करोड़ के कर्ज़ को माफ़ कर दिया जाए* और इस तरह 90 करोड़ का *"छोटा सा कर्ज"* माफ़ कर दिया गया।
और इस तरह से *यंग इंडिया*, जिसमें 36 प्रतिशत शेयर, सोनिया और राहुल के हैं और शेष शेयर ऑस्कर फर्नांडीज और वोरा साहब के हैं, को, 5000 करोड़ की संपत्ति प्राप्त हो गई जिसमें, एक 11 मंज़िल बिल्डिंग है जो *बहादुर शाह जफ़र मार्ग दिल्ली* में है और उस बिल्डिंग के कई हिस्सों को अब पासपोर्ट ऑफिस सहित कई ऑफिसेस को किराये पर दे दिया गया है।
*बुजुर्ग सांसद सोनिया जी एक विशाल सरकारी आवास पर रहतीं है और उनका अविवाहित संसद पुत्र उनके साथ नही बल्कि एक और बड़े सरकारी आवास में रहता है। उनकी पुत्री व दामाद जो किसी भी सरकारी पद पर नही है भी सरकारी आवास पर पूरी सुरक्षा के साथ रहतें हैं। इनके पास लम्बी ,महंगी गाड़ियां हैं और अरबो की संपत्ति है।*
*फिर भी बुढ़ी विधवा जो छोटे से घर मे रहती है और ऑटोरिक्शा में चलती है के सभी बच्चे छोटे मोटे काम व नोकरियों में हैं का एक बच्चा चाय बेचते-बेचते प्रधानमंत्री बन गया *"चोर"* है।
आगे आप को सोचना और सेर करेंगे या इस कमेंट करेंगे
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